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वो आजकल कुछ कम बोलते हैं,
बहुत आहिस्ता मेरे सनम बोलते हैं,
हुस्न और इश्क तकाबुल है शायद, No posts
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वो आजकल कुछ कम बोलते हैं,
बहुत आहिस्ता मेरे सनम बोलते हैं,
हुस्न और इश्क तकाबुल है शायद, No posts
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