आलूदगी  ' हैरान's image
Poetry1 min read

आलूदगी ' हैरान

Rajeev Kumar SainiRajeev Kumar Saini February 28, 2023
Share0 Bookmarks 7 Reads0 Likes

आबो हवा इस दौर में इस कदर बदल गया है,

सर्दी के बाद गर्मी, मौसम ए बहार टल गया है,

पसरी है आलूदगी पानी मे और हवा मे,

न पाकीज़गी है इनमे न ताज़गी बची है,

तरक्की की अंधी दौड़ मे न इन्सां ही रहा बाकी,

 न इन्सानियत बची है,

वक्त के इस दौर मे मौसम बदल रहा है।

 - राजीव ' हैरान '

No posts

Comments

No posts

No posts

No posts

No posts