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मोहब्बत में होती नहीं
किसी की जात अलग
ये तो खोखले उसूल हैं दुनिया के
जो कर देता है सबकी जात अलग
पेड़ों की छांव में तुम भी बैठे होगे बहोत
कभी पूछा है क्या उनसे उनकी जात अलग
भूखे पेट नींद भी किसी को आती नहीं
पेट भरा हो तो ख्वाबों से पूछ लेते है उनकी जात अलग
किसी से मिलना तो बेशक किस्मत की बात है
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