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माना मेरे सामने मुस्कुराकर नहीं बोलते
पर अकेले में मेरे बारे में सोचते तो हैं
जब पास नहीं होते हम तुम्हारे
अपने सपनों में मुझे खोजते तो हैं
हम रोज साथ गलियों में नहीं घूमते
पर काल्पनिक दुनियां में साथ नाचते तो हैं
न तुम कहते ह
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