
तू क्यों मुझसे दूर है,
वापस आ जाना।
मेरी उंगलियों को पाकड़
मुझे रास्ता दिखा जाना।
इस जीवन की भीड़ में
अकेला सा महसूस करता हूं,
कोई भी कदम उठाने से अब डरता हूं।
तू क्यों मुझसे दूर है,
वापस आ जाना।
तू क्यों मुझसे दूर है,
यह बता जाना।।
तू वापस आ जाना।
अब तो बस तेरा इतंजार
किए समय बीत जाता है,
पर तू अब कभी नहीं आता हैं।
तेरे ना आने पर यह मन
भी उदास सा हो जाता हैं।
काफी वक्त भी हो गया है हमें
एक साथ खाना खाए हुए।
तू क्यों मुझसे दूर है,
मुझे यह बता जा।
एक बार आके मेरे साथ खाना खा जा।
तू क्यों मुझसे दूर है,
वापस आ जा।।
तेरे चेहरे की मुस्कान ना देखे हुए
साल तो बीते काफी है,
पर खैर जो भी हो...
मुझे आज भी तेरे चेहरे की मुस्कान याद है,
और यही मेरे लिए काफी है।
तू क्यों मुझसे दूर है...
यह बता जाना।।
तू वापस आ जाना।
तू क्यों मुझसे दूर है...
क्योंकि...
शायद तू भी मजबूर हैं...
शायद तू भी मजबूर हैं।।
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