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ओ! एक श्यामा !(सुन्दर स्त्री) !
उपले पाथ रही नजरें झुकाए !
बगल से गुजरता एक बूढ़ा !
थोड़ा रुका देखा उसकी ओर !
लपलपाती जीभ ! उसकी , और–
घृणा ! घृणा ! घृणा ..........
पीछे से पकड़ ली गर्दन बूढ़े की !
चिल्ला उठा बूढा ! और –
हँस पड़ी ! स्त्री !
मैं भी मुस्कराते चल पड़ा अपने रास्ते...
( सही घटना )
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