
Share0 Bookmarks 0 Reads0 Likes
राजनीति रक्तजीवी है
और है, अस्थिजीवी भी
राजनीति सिर्फ सांप ही नहीं है
जो डसती है
वह ऐसी जोंक भी है,जो
चूस लेती है–धीरे-धीरे
शिराओं का रक्त!
शेष नहीं छोड़ती –
अस्थियाँ भी।
वो भी किसी दिन-
पीस दीं जाती हैं–
राजनीति के क
No posts
No posts
No posts
No posts
Comments