Share0 Bookmarks 46588 Reads2 Likes
ओ मुसाफ़िर!
ओ मुसाफ़िर!
चल चला चल
हार में भी जीत तेरी
शब्द में संगीत तेरी।
समय की पहचान कर ले
स्वर-सुरों का ध्यान कर ले
गा कोई ऐसी कहानी
आँख में भर आए पानी
ओ मुसाफ़िर चल चला चल...
सुन! कभी थकना नहीं (तुम)
No posts
No posts
No posts
No posts
Comments