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माँ है तो घर है !

R N ShuklaR N Shukla May 9, 2022
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घर वही रहता है !
घर के मंजर बदल जाते हैं

जब कभी घर में माँ नही होती !
घर भर के चेहरे अजीब बन जाते हैं ।

माँ !  है  तो  घर है  ।
"माँ"नहीं घर,घर नहीं ।।

जो  माँ  को  खुश रखते हैं ,
उन पर ईश्वर! खुश रहता है !

जो माँ  की इज्जत नहीं करता
उसकी इज्ज़त कोई नहीं करता ।

कुछ अभागे ऐसे भी हैं जिनको
मां से मिले वर्षों बीत जाते हैं ।

कुछ उनसे भी आगे हैं –
वृद्धाश्रम में डाल जाते हैं ।

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