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अपना ही हमसे रूठ गया !

R N ShuklaR N Shukla July 24, 2022
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नहीं होती –
अब सुबह कभी –
आंगन में ! 
हर क्षण रात रहती है
जब से वो घर को 
छोड़  चली  गई !
आंखों में हरदम 
बरसात रहती है ।

बहुत दिल दुखाया था 
घर के लोगों ने उसका
फिर भी वो कुछ नहीं बोली ! 
मन ही मन कुछ गुना उसने 
और मन मारे निकल ही पड़ी 

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