Share1 Bookmarks 43995 Reads1 Likes
छूने लेने दो
ये सुराही सी गर्दन तुम्हारी
मेरे कुम्हार से हाथ है
नाप ले रहे हैं
अक्स अक्स
मेरी रगो बन जाएगी तस्वीर तुम्हारी
माना कि तेरा
मुझमें मिल जाना मयस्सर नहीं मुझे
<
No posts
No posts
No posts
No posts
छूने लेने दो
ये सुराही सी गर्दन तुम्हारी
मेरे कुम्हार से हाथ है
नाप ले रहे हैं
अक्स अक्स
मेरी रगो बन जाएगी तस्वीर तुम्हारी
माना कि तेरा
मुझमें मिल जाना मयस्सर नहीं मुझे
<
No posts
No posts
No posts
No posts
Comments