Share0 Bookmarks 222498 Reads0 Likes
जो सिर्फ मेरा था गैरों में तुमने बांँट दिया
इस तरह मेरा ही हिस्सा मुझसे छांँट दिया
मानता हूंँ के जिस्मानी प्यार भी जरूरी है
पर तुमने रूहानी इश्क का गला घोंट दिया
नासाज थी तबियत, मिलवा कर रकीब से
दर्द जहांँ था मुझे
No posts
No posts
No posts
No posts
Comments