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मुझे डर था उसे खोने का, सोचा उसे जाना कहां था।
जो हो सफर में हर वक्त, उस दिल का ठिकाना कहां था।
और एक छोटी सी वजह ही काफी हो गई, जाने को,
वादों का क्या, बस कह दिया, उन्हें निभाना कहां था।
-Nick's_Thoughts
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