इक अर्से से ये दिल
नाफ़रमान हुए था,
तो हमने यूँ किया इक रात
कत्ल कर दिया इसे।
सहमा दिमाग़ भी अब
नाफ़रमान होता नहीं कभी,
अब याद हमें
दिल की भी आती नहीं।
~ प्रियंका सिंह
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