Share1 Bookmarks 48655 Reads2 Likes
हर वक्त हर पल बस सोचता रहूं, अब तुम पर क्या लिखूं।
जो यादें है खास तुम्हारी, या तुम्हे कोई पैगाम लिखूं।
तुम ही कहो मैं क्या लिखूं?
संग तुम्हारे जीनी है मुझे, क्या ऐसी कोई शाम लिखूं।
हर वक्त तुम्हे याद करना, बस यही मेरा एक काम लिखूं।
तुम ही कहो मैं क्या लिखूं?
किया है मुझे बैचेन इतना, इसका तुम पर इल्ज़ाम लिखूं।
सफर, कहानी, कोई किस्सा तुम्हारा, या कोरे कागज पर तुम्हारा नाम लिखूं।
तुम ही कहो मैं क्या लिखूं?
चलो बनाए कुछ न
No posts
No posts
No posts
No posts
Comments