आओगी एक दिन's image
Poetry1 min read

आओगी एक दिन

Priyam DubeyPriyam Dubey August 27, 2022
Share0 Bookmarks 31626 Reads2 Likes
चाहे जितना करा लो इंतज़ार पर आओगी एक दिन
जीते-जी ना सही मेरे मज़ार पर आओगी एक दिन

जैसे तेरी गलियों में आज फिरता हूॅं मैं मारा-मारा
देखना तुम भी मेरे द्वार पर आओगी

No posts

Comments

No posts

No posts

No posts

No posts