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आंखें हैं नम, पर मुस्कुराना सीख लिया
दिल के ज़ख़्म पर मुस्कुराना सीख लिया
ज़िन्दगी मौके नहीं देती है मुस्कुराने के
मैंने हर क़दम पर मुस्कुराना सीख लिया
मैं और तुम, जो कभी "हम" थे, अब जुदा हैं
मैंने इस "हम" पर मुस्कुराना सीख लिया
वो ज़िन्दगी भर साथ निभाने का वादा तेरा
उन वादों के वहम पर मुस्कुराना सीख लिया
ज़ख़्म देकर बेरुखी से मरहम लगाया आपने
फिर दर्द ने मरहम पर मुस्कुराना सीख लिया
खुली आंखों से ख्वाब देखने की वो आदत पुरानी
अब तो उस "प्रियम" पर मुस्कुराना सीख लिया
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