मृत्यु's image
Share0 Bookmarks 31753 Reads1 Likes

किसी ने मुझसे पूछा

क्या तुम्हें मरने से डर लगता है

मेरा जवाब था नहीं

क्योंकि डर मन का एक भाव है 

और मरने के बाद तो शरीर, भावनाएं 

सब समाप्त हो जाता है

मृत्यु के बाद क्या शेष है

ये हमें कहाँ पता है

बल्कि मुझे तो लगता है 

मौत नींद की तरह ही है

हम हर रोज़ सो जाते है

वह चेतना रहित अवस्था 

मृत्यु के समान ही तो है

फिर उसने पूछा कि मान लो

तुम किसी गहरे जंगल में खो जाओ

तुम्हारी गर्दन पर कोई खंजर रख दे

बहुत ऊँचे पहाड़ से तुम्हारा पैर फिसल जाए

उस वक्त तुम क्यों डरते हो

इसीलिए ना कि तुम मर जाओगे

मैंने कहा नहीं इसलिए नहीं

उस समय मुझे डर लगेगा कि 

अगर कोई जंगली जानवर मुझ पर झपटा

मेरी गर्दन पर चाकू चल गया

या मैं खाई में गिर गया 

तो मुझे 'दर्द' होगा

मुझे दर्द से डर लगता है मरने से नहीं

लेकिन मैं तुम्हें एक बात बताऊं

ऐसे तो दुनिया

No posts

Comments

No posts

No posts

No posts

No posts