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एक पैग़ाम तुम्हारे नाम

Priya KusumPriya Kusum October 6, 2021
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सिग्नल पर रूल तोड़ने पर भी तुम कई दफा हमें जाने देते हो,

मांगने पर गोल गप्पे का एक्स्ट्रा पानी भी देते हो,

मोलभाव करने पर चीज़े भी सस्ती कर देते हो,

भीड़ होने पर ट्रेन और बस में सीट भी दे देते हो, 

रास्ते में बन्दर हो और हम डर जाए तो हमारे बिना कुछ कहे ही उन्हें भगा भी देते हो,

हाथ में बोझा ज्यादा हो तो हमें परेशान देखक

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