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चुनने का अधिकार

Priya KusumPriya Kusum October 6, 2021
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मैंने जीवन में दो तरह के पुरुषों को देखा, 


पहले वो हैं जो बांधना चाहते है

स्त्री को घर की चारदीवारी में,

सीमित रखना चाहते हैं उसका वजूद

खाना बनाने..परिवार-बच्चे संभालने तक,

जो उसकी हंसी को भी

 कैद कर लेना चाहते हैं बस अपने तक. 


दूसरे वो हैं जो चाहते हैं कि 

भूल जाए स्त्री रिश्ते-नाते 

त्याग दे प्रेम और ममता,

अपनी संवेदनाओ को परे रख 

सफलता का शिखर चूमे 

बुलंदी का आसमान छुए

व बन जाए आधुनिक. 


हो सकता है 

ऊपर जो मैंने कहा वो अति हो, 

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