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सुंदरता के अभिशाप से मुक्ति के लिए ,
मछलियां चाहती हैं कुरूप होना .. ।
अपने ईश्वर से प्रार्थना में वे कुछ मांगती नहीं ,
उल्टा लौटाना चाहती हैं उन्हें , उनकी दी सुंदरता ।
ताकि एक्वेरियम में कैद रहने की , वो और न भुगतें सजा ।
सजीव होकर बड़ा कष्टप्रद होता है ,जीना जीवन निर्जीव सा ।।
- ✍️प्रतिमा पांडेय
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