
Share0 Bookmarks 0 Reads0 Likes
घर के एक कोने में,
सुबकती हुई बच्ची की,
गुड़िया पर खून का एक धब्बा है,
लगता है गुड़िया भी खून के आंसू रोई है इस रात।
उसके गालों पर उंगलियों के निशान थे,
जिन्हे आंसुओं की बूंदें भी छुपा न सकी।
पिछले महीने ही अब्बू ने ईद के तोहफे में नई फ्रॉक दिलाई थी,
फ्रॉक जो तन ढकने के लिए थी, उसकी क्या ज़रूरत आज रात...
हाथ और पैर दोनो एक दूसरे में इस कदर जकड़े हुए हैं,
मानो बदन कतराता हो एक इंच भी खुलने से अब....
सवेरे
सुबकती हुई बच्ची की,
गुड़िया पर खून का एक धब्बा है,
लगता है गुड़िया भी खून के आंसू रोई है इस रात।
उसके गालों पर उंगलियों के निशान थे,
जिन्हे आंसुओं की बूंदें भी छुपा न सकी।
पिछले महीने ही अब्बू ने ईद के तोहफे में नई फ्रॉक दिलाई थी,
फ्रॉक जो तन ढकने के लिए थी, उसकी क्या ज़रूरत आज रात...
हाथ और पैर दोनो एक दूसरे में इस कदर जकड़े हुए हैं,
मानो बदन कतराता हो एक इंच भी खुलने से अब....
सवेरे
No posts
No posts
No posts
No posts
Comments