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गर आप वो सुनते हैं जो सुनाया जा रहा है
एहतियात के तौर पे कह दूँ आपका वक्त जायां जा रहा है
सोईये कोई बात नहीं मगर सम्हलकर
बात पुख्ता है कोई ख्वाब दिखाया जा रहा है
न जान
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