Share1 Bookmarks 45360 Reads4 Likes
अब राम नाम का जप होगा,
अवरुद्ध बिना ये तप होगा।
होगी जयकार अयोध्या की,
आयेंगे फिर से महाबली।
सृजन करेगा ईश्वर है जो,
इस जग का परमेश्वर है जो।
हम तो बस तुच्छ आत्मा,
अपनी तो बस एक साधना।
राम धरा पे फिर आयेंगे,
भगवा हम फिर लहराएंगे।<
No posts
No posts
No posts
No posts
Comments