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लगाया था दिल पहली बार कुछ इस कदर,
दिल तो टूट गया, पर बाकी था कुछ कसर ...
उठ खड़ा हुआ फिर लगाने दिल इस जहा में,
नजरे ढूढती थी ,कोई ले ले अपनी पनाह में...
टूटा दिल कोई अपनाने को तैयार न था ,
नौका तो थी पर उसपे कोई सवार न था।।....
~$hukl@mbuj..
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