
Share0 Bookmarks 18 Reads1 Likes
जीवन की उदासियों को करेगें मिलकर दूर।
कभी तुम हंसना कभी मैं भी हंस लूँगा भरपूर।।
तुम बनना सहारा मेरा मैं भी रहूँगा सदा तुम्हारे साथ।
जहाँ थकने लगे कदम वही थाम लेगें एक दूजे का हाथ।।
No posts
No posts
No posts
No posts
Comments