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पहली मोहब्बत
जब प्यार किसी का जबां पे होता है
ये दुनिया मीठी और हम प्यासे लगते है
रफ्ता-रफ्ता प्यार की गहराई में चांद सितारे दिखने लगते है
हर दौर के किस्से अपने प्यार की परछाई लगने लगते है
एक दिन की दूरी बरसों का इंतजार बनने लगता है
कई दिवानों की टोली में अपना प्यार ही जग जाहिर सा लगता है
जब प्यार किसी का अहसास अपना बनने लगता है
ये दुनिया प्यारी बन हम महसूस उसे करने लगते है
सांचे में गढता प्यार ये सूरत प्रेम के दोनों पंछी बनने लगते है
कहीं पुरानी मुरत के जोडे में अपने प्रेम की सूरत प्रेमी बनने लगते
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