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'क्यारी क्यारी बोए रिश्ते'
सूरज सा कमरे में ढलता
सूखे संबंधों में पलता,
किरण किरण जोड़ी जीवन भर
अंत समय काजल में पलता,
दिया सजाया उजियारे का<
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'क्यारी क्यारी बोए रिश्ते'
सूरज सा कमरे में ढलता
सूखे संबंधों में पलता,
किरण किरण जोड़ी जीवन भर
अंत समय काजल में पलता,
दिया सजाया उजियारे का<
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