सफ़र's image
Share0 Bookmarks 25 Reads1 Likes

मैं रोज सफर करता हूं

सफर में अकेला पाता हूं खुद को,

थक जाता हूं मायूस हो जाता

एक पल आराम के लिए,

पर आराम कर नहीं पता,

मैं रोज सफर करता हूं,

ऑफिस ही अब पहला घर

सुबह जगने के लिए घर आता हूं,

मैं रोज सफर करता हूं

No posts

Comments

No posts

No posts

No posts

No posts