
Share0 Bookmarks 113 Reads2 Likes
किस सोच में डूबा रहता है
जीवन से ऊबा रहता है
क्या आशाओं ने लूटा है
या नियति तुझसे रूठा है
सांत्वना में सुख मत ढूंढ यहाँ
No posts
No posts
No posts
No posts
किस सोच में डूबा रहता है
जीवन से ऊबा रहता है
क्या आशाओं ने लूटा है
या नियति तुझसे रूठा है
सांत्वना में सुख मत ढूंढ यहाँ
No posts
No posts
No posts
No posts
Comments