क़रीब's image
Share0 Bookmarks 44395 Reads4 Likes
चलो अपनी हर नज्म का नाम तुम्हे दे दे,
क्या याद करोगे प्यार का तुम्हे ये इनाम दे दे,
तुम्हे मिलेंगे जमाने में चाहने वाले बहुत,
तुझे हमें चाहने का थोड़ा सा गुमान दे दे

जब कतरा कतरा पाओगे तुम खुद को मेरी नज्मों में,
पढ़ कर के आंसू छलकेंगे टीस उठेगी जख्मों में,
हम पल

No posts

Comments

No posts

No posts

No posts

No posts