बिजली's image
Share0 Bookmarks 101 Reads0 Likes
यूं ही हुस्न की बिजलियां गिराती चल,
समा गमगीन न रहे माहौल को जगमगाती चल,
झूठी मोहब्बत झूठे सपने देखते दिखाते है लोग,
खुद की चाहत में फना हो इठलाती चल

खूबसूरत लबों से टपका दे शहद,
तितलियों सी फूलों पर मंडराती चल,
हवा बन तू फिज़ा बन तू शहनाई बन तू,
अपनी ताल पे सबको नचाती चल

तेरी नजरों के तीर कर दे घायल दिलों को,
मुस्कुराहट की शोहरत उड़ाती चल,
मेरी जान जिंदगी बन बस तू दिलों में,
मोहब्बत के तराने गुनगुनाती चल

No posts

Comments

No posts

No posts

No posts

No posts