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अवसाद हैं आघात हैं अनगिनत अपराध हैं,
जीवंतता का अंत या जीवन की ये शुरुआत है
रेल की रफ्तार सी पटरी बदलती जिंदगी,
इस दल बदल के खेल में सब के अलग अनुवाद है
लक्ष्य के मेले लगे, ना होड़ का कोई अंत है,
क्य
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