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है ठान लिया हमने सूरज सा जलना है | Dasvi | Ashishh Pandit
April 1, 2022Share0 Bookmarks 45295 Reads0 Likes
है ठान लिया हमने
सूरज सा जलना है
सपनों को दो परवाज़
अगर उड़ने की तमन्ना है
उँचे रहे है जो
तेरे कद से इरादे
तो ये फलक मगरूर
हो भले कोहरा घना
तुम मगर गम ना मनाओ
ज़रा कदम बड़ा छट जाएगा
नज़रिया बदल के
नज़ारे बदल दे
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