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अकेला तू ही नहीं अकेला, फिर क्यूँ रोता है,
पर्दा सब रखते हैं यहाँ, यहाँ यही होता है,
सरगोशियाँ करते हैं वो भी जी भर कर,
जो कहते हैं - 'कोई बात नहीं, होता है'
~कामिल
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अकेला तू ही नहीं अकेला, फिर क्यूँ रोता है,
पर्दा सब रखते हैं यहाँ, यहाँ यही होता है,
सरगोशियाँ करते हैं वो भी जी भर कर,
जो कहते हैं - 'कोई बात नहीं, होता है'
~कामिल
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