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"अगर तू होता"
अगर तू होता मुसाफ़िर
तो मुझे तेरी मंज़िल होना कबूल होता
अगर तू होता छँद
तो मुझे तेरी कविता होना कबूल होता
अगर तू लिखता इश्क़
तो मुझे तेरे पन्नो में कैद होना कबूल होता
अगर तू गुज़रता हवा सा
तो मुझे तेरे झुमके होन
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