Share0 Bookmarks 43337 Reads1 Likes
चल रहा अब्र चल रही बारिश की बूंदे
चल रही हवा है
मौसम सुहाना सुहानी लग रही हवा है
विचलित मन मेरा विचलित मेरा तन जैसे होते हवन
तप्ति गर्मी ढ़लती शाम हमें इंतज़ार छाँव का
छठती घटा अब्र को बताये
बारिश में इठलाती बेल ,पत्तो पर हरियाली
टिमटिमाते तारे चांदनी रात लग रहा हो
जैसे गीत कोई गुनगुनाये
No posts
No posts
No posts
No posts
Comments