Share0 Bookmarks 47752 Reads0 Likes
लक्ष्य तेरे समक्ष है तु
भेदना उसे स्वीकार कर
कर हौंसले बुलंद आज
और जीत की हुंकार कर
मंजिल के रास्ते पर तेरी
अथाह मुश्किलें है भरी पड़ी
रह दृढ़, अटल, अडिग और
चुनौतिया
No posts
No posts
No posts
No posts
No posts
No posts
No posts
No posts
Comments