Share0 Bookmarks 46871 Reads2 Likes
उम्मीद का च्यूइंग गम चबाते रहिए,
जिंदा रहना है तो जिंदा हो बताते रहिए।
कच्चे पक्के सड़कों पे जिंदगी का स्कूटर चलाते रहिए,
सरकार को टैक्स भर भर के गंगा नहाते रहिए।
बजट आएगा और बजट जायेगा,
सरकार बोलेगी इलाके में अस्पताल और पाठशाला बन जायेगा।
मध्य वर्ग हैं आप उम्मीद के गुब्बारे फुलाते रहिए,
सरकार को टैक्स भर भर के गंगा नहाते रहिए।
No posts
No posts
No posts
No posts
Comments