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तू एक बार लड़का बन कर तो देख

Utkarsh RajputUtkarsh Rajput August 31, 2022
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तू लड़का है, तू किसी भी हाल में रो नहीं सकता।

खिलौना टूटे या दिल, तू पलके भीगों नहीं सकता।


एक के दिल का नूर है तू, किसी की मांग का सिंदूर है तू। कौन समझेगा किसे बताएगा? अरे दिनभर की थकान से चकनाचूर है तू।


तू मर्द है रोके दिखा नहीं सकता, कितना भी टूटा हो दिल आंसू बहा नहीं सकता।

तू दिन रात सुबह शाम इन ख्वाहिशों की भट्टी में जलकर तो देख, तू एक बार लड़का बन कर तो देख।


लाड़ प्यार से ज्यादा जिम्मेदारी का पाठ पढ़ाया जाता है, कितनी मुश्किल से कमाते है पैसा, बचपन से य

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