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अम्बर के आंगन को देखो कितने इसके तारे टूटे कितने इसके प्यारे छूटे,
पर पूछो टूटे तारों का कब अम्बर शोक मनाता है?
आगे पड़े खुशियों को ढूंढो जो जीने की अलख जगाता है।
भूत के बेड़ियों में जकड़े
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