
Share0 Bookmarks 15 Reads1 Likes
चुमूं तेरी होठों को
मै जुल्फों को सुलझा दूं,
खो जाऊं तेरी आंखों में
मै दुनिया सारा भूला दूं।।
बाहों मे भर लूं तुझे
होश खुद का गवा दूं,
मदहोश कर दूं छू कर तुझे
अधरो से जाम पिला दूं।।
तेरी नशा के आगे
मै मयखाना भूला दूं,
भर के आगोश मे तुझको जगाऊं
सूरज को मै बुझा दूं।।
बुलाऊं तुझको ख्वाबों में
इस रात को मै जगा दूं,
उंगली फेर कर मै अपनी
तेरी पीठ पर कविता एक बना दूं।।
मै जुल्फों को सुलझा दूं,
खो जाऊं तेरी आंखों में
मै दुनिया सारा भूला दूं।।
बाहों मे भर लूं तुझे
होश खुद का गवा दूं,
मदहोश कर दूं छू कर तुझे
अधरो से जाम पिला दूं।।
तेरी नशा के आगे
मै मयखाना भूला दूं,
भर के आगोश मे तुझको जगाऊं
सूरज को मै बुझा दूं।।
बुलाऊं तुझको ख्वाबों में
इस रात को मै जगा दूं,
उंगली फेर कर मै अपनी
तेरी पीठ पर कविता एक बना दूं।।
No posts
No posts
No posts
No posts
Comments