सब के प्यारे जाएंगे's image
Poetry1 min read

सब के प्यारे जाएंगे

Nivedan KumarNivedan Kumar July 20, 2022
Share0 Bookmarks 252 Reads0 Likes

जिस दिन भी दरिया में उतारे जाएंगे

या डूबेगें या तो किनारे जाएंगे


ज़िंदगी से ग़र जंग हुई तो क्या होगा

जीतेंगे हम या फिर मारे जाएंगे


बाबूजी का हाथ पकड़ना लाज़िम है

दुनिया तक हम किसके सहारे जाएंगे


मुश्किल से लड़कर ही क़ाबिल बनते हैं

दुःख से होकर सभी गुजारे जाएंगे


क्यों रोते हो अपनों के खो जान

No posts

Comments

No posts

No posts

No posts

No posts