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जो भी सच था बोल देना था
सच को सच से तोल देना था
इशारा हो रहा था चुप्पी का
हमको चुपके से बोल देना था
शर्त ये थी बोलने के लिए
हर जवाब गोल-मोल देना था
नफरतें करना मेरा काम नहीं
इश्क़ का इश्क़ मोल देना था
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