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अंधेरे में न्याय

Nivedan KumarNivedan Kumar October 28, 2021
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न्याय अंधेरे में है,

और सत्य कटघरे में।

गवाह विश्वास को

ढूंढता फिर रहा है।

उस भीड़ में,

जहां कोई नहीं है।

न न्याय,न सत्य,न गवाह

और न विश्वास।

सब कुछ एक खेल की तरह चल रहा है,

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