Share0 Bookmarks 48174 Reads0 Likes
होड़ मची है, होड़ मची है, होड़ मची है होड़,
दौड़ रे भाई, दौड़ रे बाबू, दौड़ रे बेटा दौड़।
आँख बंद कर, कान बंद कर, छोड़ दे रिश्ते नाते,
जो पीछे रह जाते देख ले, सब के सब पछताते,
जिसकी लाठी भैंस उसी की, जग का यही निचोड़,
दौड़ रे भाई, दौड़ रे बाबू, दौड़ रे बेटा दौड़।
नियम कौन से, नियम कहां के, नियम कोई ना मान,
जो जीता है वही सिकंदर, एक सबक ये जान,
धर्म कर्म बेकार की बातें, इनका पीछा छोड़,
दौड़ रे भाई, दौड़ रे
No posts
No posts
No posts
No posts
Comments