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बीते पतझड़...
पूरा सूख गया था पेड़,
पत्ते नहीं, चादरें थीं वो,
जिनमें छुपा था उसका घौंसला..
हां, जब तक छुपा था,
बस तब तक ही था,
वो चिड़िया आज भी उ
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बीते पतझड़...
पूरा सूख गया था पेड़,
पत्ते नहीं, चादरें थीं वो,
जिनमें छुपा था उसका घौंसला..
हां, जब तक छुपा था,
बस तब तक ही था,
वो चिड़िया आज भी उ
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