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शहर की बातें

Nishant PandeyNishant Pandey January 22, 2023
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सर्द शहर की बातों में,

जब भी तन्हा मै होता हूँ ,

यादों के अलाव जलाता हूँ ,

खुद भी थोड़ा सा जलता हूँ ।


लफ्ज़ों के गर्म लिहाफ़ो में,

सोने की कोशिश करता हूँ ,

कुछ ऐसे बिछड़े ख्वाबों को ,

जीने की कोशिश करता हूँ ।


जब भी सर्द मै पड़ता हूँ ,

ख्यालों में उलझने लगता हूँ ।

शब्दों के रंगी स्वेटर को,

कुछ ऐसे बुनने लगता हूँ ।


कांपते ठीठुरते रुह को,

तस्वीरों में उलझा देता हूँ,<

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