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अंजाना इश्क part-3

Anushka RaghuwanshiAnushka Raghuwanshi June 24, 2022
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आगे की कहानी शुरू करते हैं 

सिया अपना इंटरव्यू दे कर घर लौटने के लिए बस का इंतजार कर रहीं थीं कि वो वहां दो लोगों को आपस में बहस करते हुए देखती है और उसके मन मे कुछ सवाल उठते हैं और वो उन दोनों से पूछ ही लेती है कि आप दोनों बहस क्यों कर रहे हों क्या बात हैं 

पास खड़ा लड़का सिया से कहता है कुछ नहीं बस प्रेम विवाह का नतीज़ा है ये सब ना में प्यार करता और ना मेरी इससे सादी होती और ना मुझे इसका गुलाम बनना पड़ता हूँ 

पास खाड़ी लड़की जो उसकी पत्नी है वो बोलती हैं गलती तो मेरी ही है जो मेने अपने पापा की बात ना मानकर उस पड़ें लिखे लड़के को छोड़कर तुमसे तुम जैसे बेरोजगार से सादी कर ली हूँ 

सिया अच्छा तो आप लोगों ने love marriage की थी फिर तो आपको खुश होना चाहिए कि जिसे आपने चाहा वो आपको मिल गया सब की किस्मत ऐसी नहीं होती कि वो चाहे किसी को और उसे पा भी ले 

पास खाड़ी लड़की बोलती है ये सब बातें सादी के पहले ही अच्छी लगती है सादी के बाद इन बातों का कोई मतलब नहीं है तुम नहीं समझोगी अभी तुम्हें ये बात बाद में समझ आएगी 

" इतने में सिया की बस आ जाती हैं सिया उसमें बैठकर एक ही बात सोचती है " 

सिया- क्या सच मे किसी को सिर्फ पा लेना प्यार है तो फिर वो लोग क्यों खुश नहीं थे पर पूजा ने तो ऐसा ही कहा था आखिर ये प्यार है क्या 

" इतना सोचते सोचते सिया का घर आ जाता है बस का तेज झटका लगता है सिया का सर आगे जाकर लगता है " 

सिया- उफ्फ घर आ गया और मुझे तो कुछ पता ही नहीं चला 

इतना कहकर सिया बस से नीचे उतरती हैं और अपने घर जाती हैं 

" क्या इस वक़्त सिया जो सोच रही है हमने भी वो कभी ना कभी हम सब ने सोचा है और इसका जवाब ढूढ़ने की हम सब ने बहुत कोशिश की है जैसे अभी सिया कर रहीं हैं पर क्या आपको पता चला कि प्यार है क्या अगर नहीं चला तो एक बार फिर सोचिए कि ये प्यार है क्या क्या पता शायद अब पता चल जाए आपको भी "

" कैसी है मेरी बच्ची आज का दिन कैसा गया तुम्हारा तुम खाना खाओ पहले फिर मुझे बताना कि क्या हुआ ठीक है सिया की माँ उससे कहती है " 

सिया- खाना खाने बैठती है और अपनी माँ से पूछती हैं 

माँ ये प्यार क्या होता है 

" माँ- प्यार वो है जो माँ अपने बच्चों से निस्वार्थ करती हैं बच्चे चाहे जितनी भी बड़ी गलती करे वो फिर भी उन्हें माफ़ कर दे बस यहि प्यार है " 

सिया- बस 

माँ - हाँ और क्या 

सिया- तो क्या आप सिर्फ मुझे ही प्यार करती हैं पापा से न

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