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इश्क़ की राह में सैलाब मिला था मुझको
हर मुसाफ़िर यहां बेताब मिला था मुझको
इश्क़ के मारे सभी लोग थे तन्हा यारों!
सबकी आंखों में यहां आब मिला था मुझको
मेरे कहने से जरा पहले समझ ले बातें
अब तलक़ ऐसा न अहबाब मिला था मुझको
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